PM Kisan Yojana: देशभर के किसानों की आर्थिक बदहाली दूर करने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है। इस योजना में केंद्र सरकार किसानों को हर साल 6 हजार रुपए देती है। योजना की राशि 2-2 हजार रुपए की तीन किस्तों में किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाती है। किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जून में आनी है, लेकिन इसमें अड़चन आ गई है।
योजना में फर्जीवाड़ा सामने
योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसकी जांच की जा रही है। इसके चलते मप्र के उन किसानों को सम्मान निधि योजना की अगली किस्त नहीं दी जाएगी, जिनके मामले जांच के दायरे में हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें पति-पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे हैं।
केंद्र सरकार के निर्देश
केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश भर के कलेक्टर ऐसे मामलों की जांच कर रहे हैं। जांच पूरी होने और अधिक ली गई राशि समायोजित होने तक संबंधित किसानों को सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं दी जाएगी।
मध्य प्रदेश समेत देशभर में पीएम किसान सम्मान
मध्य प्रदेश समेत देशभर में पीएम किसान सम्मान निधि में फर्जीवाड़ा चल रहा है। कई किसान दंपत्ति यानि पति-पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो नियमानुसार गलत है। अब ऐसे किसानों की अगली किस्त अटक गई है। अपात्र किसानों की पहचान कर उन्हें योजना से वंचित करने के लिए मामलों की जांच चल रही है।
पत्नी के नाम पर ही जारी होगी राशि
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस संबंध में जांच करने को कहा है। इस पर राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को संबंधित किसानों के मामलों की जांच करने को कहा गया है। पति-पत्नी दोनों के योजना का लाभ लेने के मामलों की जांच की जा रही है।
जांच पूरी होने के बाद ऐसे किसानों को योजना से अपात्र घोषित कर दिया जाएगा। कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जून में पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जारी होने से पहले अपात्र किसानों की पहचान कर उन्हें किस्त से वंचित करने की कार्रवाई करें।
यह स्पष्ट कर दिया गया है
यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जब तक अपात्र किसानों से राशि की वसूली नहीं हो जाती, उन्हें योजना की अगली किस्त नहीं दी जाएगी। राशि का समायोजन पूर्ण होने के बाद किसान सम्मान निधि की राशि केवल पत्नी के नाम पर ही जारी की जाएगी।